गूगल के बारे में 8 रोचक तथ्य – यदि आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते होंगे तो गूगल के बारे में काफी भली-भांति जानते होंगे। वर्तमान समय में गूगल दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला सर्च इंजन है। यदि आपको किसी भी टॉपिक पर कोई भी जानकारी लेनी है तो आप उसके बारे में गूगल पर सर्च कर सकते हैं। दुनिया में किसी भी वेबसाइट पर यदि उससे संबंधित कंटेंट उपलब्ध होगा तो गूगल उसे सबसे पहले आपको दिखाएगा।
जब भी कोई व्यक्ति अपनी वेबसाइट तैयार करता है तो वह उसे गूगल के साथ जरूर जोड़ता है ताकि गूगल सर्च इंजन पर उसमें मौजूद कंटेंट सर्चेबल हो सके। इस आर्टिकल में हम आपको गूगल के बारे में 8 रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे।
गूगल के बारे में 8 रोचक तथ्य
विश्व के सबसे बड़ी तकनीकी कंपनियों में से एक गूगल के बारे में कुछ ऐसे रोचक तथ्य है जिसके बारे में बहुत ही कम लोगों को मालूम है। नीचे हम आपको गूगल के बारे में 8 रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं।
गूगल के फाउंडर
गूगल के फाउंडर लैरी पेज एवं सर्गी ब्रिन है। इन दोनों ने मिलकर साल 1998 में गूगल की स्थापना की थी। उस समय यह दोनों स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे थे।
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मैथमेटिकल टर्म से लिया गया है गूगल का नाम
आप सभी सोचते होंगे कि गूगल किसी अंग्रेजी नाम से लिया गया होगा जबकि ऐसा नहीं है। दरअसल गूगल का नाम googol मैथमेटिकल टर्म से लिया गया है। इसमें एक के बाद 100 जीरो लगे हुए होते हैं।
गूगल का शुरुआती नाम
जब इस कंपनी को लैरी पेज और सर्गी ब्रिन द्वारा शुरू किया गया था तो इसका नाम बैक रब रखा गया था। लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर गूगल रख दिया गया। यह नाम वर्तमान समय में लगभग सभी इंटरनेट यूजर की जबान पर रहता है।
गूगल कैम्पस में बकरियों को घास चरने की छूट
यदि आप कभी भी गूगल कैंपस में घूमने का सौभाग्य पाते हैं तो आप वहां पर देखेंगे कि उसके हेड क्वार्टर में बकरियों को घास चरने की छूट दी गई है। दरअसल गूगल हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पहल करती है इसीलिए समय-समय पर वह अपने लॉन में बकरियों को घास चरने की छूट प्रदान करती है। गूगल कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी अक्सर यह बताते हैं कि जब भी वह काम करते-करते स्ट्रेस में आ जाते हैं तो बाहर बकरियों को चरते देखकर उनका मन खुश हो जाता है।
1998 में पहला गूगल-डूडल
आपकी जानकारी के लिए बता देंगी 30 अगस्त 1998 में पहली बार गूगल पर गूगल-डूडल लगाया गया था। जब लैरी पेज एवं सर्गी ब्रिन नेवाड में हो रहे एक बर्निंग मैन फेस्टिवल में गए थे जिसके बाद उन्होंने यह फोटो गूगल के होम पेज पर लगा दिया था। ऐसा करके वे यह बताना चाहते थे कि वे दोनों ऑफिस में नहीं है और यदि इस समय कोई भी तकनीकी समस्या आती है तो वे उसका समाधान नहीं कर सकते हैं।
नासा में प्राइवेट रनवे
लैरी पेज एवं सर्गी ब्रिन के निजी विमानों को उतारने के लिए नासा में एक प्राइवेट रनवे बनाया गया है। इस प्राइवेट रनवे पर किसी भी अन्य विमान को उतरने की अनुमति नहीं मिली है। इस जगह पर मात्र गूगल के इन दोनों फाउंडर के निजी विमान ही उतर सकते हैं।
गलत स्पेलिंग पर भी वेबसाइट ओपन
यदि आप गूगल पर कुछ भी सर्च करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको www.google.com वेबसाइट ओपन करना होता है। लेकिन आप www.gooogle.com www.gogle.com www.googlr.com भी टाइप करके भी गूगल की वेबसाइट ओपन कर सकते हैं। गूगल ने इन डोमेन को खरीद करके उसे google.com के साथ रीडायरेक्ट पर लगा दिया है।
कर्मचारियों को डेथ बेनेफिट
अपने से बहुत ही कम लोग यह जानते होंगे कि अमेरिका में गूगल कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को डेथ बेनिफिट भी दिया जाता है। यदि उसके किसी कर्मचारी की आकस्मिक मौत हो जाती है तो कंपनी द्वारा अगले 10 सालों तक हर साल उसके वेतन की 50% राशि उसके जीवित जीवन साथी (पति/पत्नी) को दिया जाता है।